साबूदाना खिचड़ी एक पारंपरिक और लोकप्रिय व्यंजन है, जिसे खासतौर पर व्रत और उपवास के दौरान खाया जाता है। यह स्वाद में हल्की, लेकिन बहुत ही पौष्टिक होती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देते हैं। इस लेख में हम साबूदाना खिचड़ी बनाने की संपूर्ण विधि, आवश्यक सामग्री और इसके फायदे जानेंगे।
साबूदाना खिचड़ी बनाने की सामग्री
साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी—
- साबूदाना – 1 कप
- मूंगफली – 1/2 कप
- आलू – 1 मध्यम आकार का (छोटे टुकड़ों में कटा हुआ)
- हरी मिर्च – 2 (बारीक कटी हुई)
- जीरा – 1 छोटा चम्मच
- करी पत्ते – 5-6
- नींबू का रस – 1 छोटा चम्मच
- घी या तेल – 2 छोटे चम्मच
- सेंधा नमक – स्वादानुसार
- धनिया पत्ती – गार्निशिंग के लिए
- नारियल कद्दूकस किया हुआ – 1 बड़ा चम्मच (वैकल्पिक)
साबूदाना खिचड़ी बनाने की विधि
1. साबूदाना भिगोने की प्रक्रिया
साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए सबसे ज़रूरी स्टेप है साबूदाने को सही तरीके से भिगोना। साबूदाना अगर सही से भीग जाए, तो खिचड़ी न तो चिपकती है और न ही गीली होती है।
- साबूदाना को अच्छे से धोकर एक कटोरी में डालें और उसमें इतना पानी डालें कि वह पूरी तरह भीग जाए।
- इसे कम से कम 5-6 घंटे या पूरी रात के लिए छोड़ दें।
- अगर साबूदाना अच्छी क्वालिटी का है, तो सिर्फ 2-3 घंटे में भी फूल सकता है।
- भीगने के बाद साबूदाने को हाथ से दबाकर चेक करें। अगर वह आसानी से दब जाता है, तो वह सही तरह से भीग चुका है।
- अतिरिक्त पानी निकालकर उसे सूखा रहने दें।
2. मूंगफली भूनकर पाउडर बनाएं
मूंगफली खिचड़ी को कुरकुरापन और शानदार स्वाद देती है।
- मूंगफली को धीमी आंच पर भूनें, ताकि उसका कच्चापन दूर हो जाए।
- इसे ठंडा होने दें और फिर दरदरा पीस लें।
- पिसी हुई मूंगफली को साबूदाने में मिलाएं। इससे साबूदाने के दाने अलग-अलग रहेंगे और खिचड़ी चिपकेगी नहीं।
3. मसाले तैयार करें और आलू भूनें
अब एक कड़ाही में घी या तेल गरम करें और उसमें जीरा डालें।
- जैसे ही जीरा चटकने लगे, उसमें करी पत्ते और कटी हुई हरी मिर्च डालें।
- अब कटे हुए आलू डालकर उन्हें हल्का सुनहरा होने तक भूनें।
- आलू को ढककर पकाएं ताकि वे जल्दी गल जाएं।
4. साबूदाना मिलाएं और पकाएं
- जब आलू पक जाएं, तो इसमें भीगा हुआ साबूदाना डाल दें।
- ऊपर से सेंधा नमक डालें और हल्की आंच पर चलाते रहें।
- इसे धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक पकाएं। ध्यान रहे कि साबूदाने को ज़्यादा नहीं पकाना है, वरना वह चिपचिपा हो जाएगा।
- जैसे ही साबूदाने के दाने पारदर्शी हो जाएं, समझ लें कि खिचड़ी तैयार है।
5. नींबू और धनिया से गार्निशिंग
- गैस बंद करने के बाद इसमें नींबू का रस डालें और हल्के हाथ से मिलाएं।
- ऊपर से कटी हुई धनिया पत्ती और कद्दूकस किया हुआ नारियल डालकर गार्निश करें।
साबूदाना खिचड़ी के फायदे
1. ऊर्जा से भरपूर
साबूदाना कार्बोहाइड्रेट का बेहतरीन स्रोत है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है। उपवास के दौरान इसे खाने से कमजोरी महसूस नहीं होती।
2. पाचन में आसान
यह हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन है, जिससे पेट पर ज़्यादा दबाव नहीं पड़ता।
3. ग्लूटेन-फ्री विकल्प
जो लोग ग्लूटेन-फ्री डाइट फॉलो करते हैं, उनके लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है।
4. वजन बढ़ाने में मददगार
अगर आप पतले हैं और वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो साबूदाना खिचड़ी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। इसमें हाई कैलोरी होती है, जो शरीर को ताकत देती है।
5. शरीर को ठंडक प्रदान करता है
साबूदाना प्राकृतिक रूप से शरीर को ठंडक देता है, इसलिए इसे गर्मियों में खाने की सलाह दी जाती है।
साबूदाना खिचड़ी से जुड़ी कुछ ज़रूरी टिप्स
- अगर आप चाहते हैं कि साबूदाना खिचड़ी एकदम परफेक्ट बने, तो इसे ज़्यादा न पकाएं, वरना यह गीली हो सकती है।
- भीगाने के दौरान पानी की मात्रा संतुलित होनी चाहिए। 1 कप साबूदाने के लिए आधा कप पानी ही पर्याप्त होता है।
- सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करें, खासतौर पर अगर यह व्रत के लिए बना रहे हैं।
- ज़्यादा क्रंची स्वाद के लिए इसमें थोड़ी भुनी हुई मूंगफली ऊपर से डाल सकते हैं।
- खिचड़ी को और हेल्दी बनाने के लिए आप इसमें टमाटर और गाजर जैसी सब्ज़ियां भी डाल सकते हैं।
निष्कर्ष
साबूदाना खिचड़ी एक स्वादिष्ट और सेहतमंद भारतीय व्यंजन है, जो व्रत के दौरान सबसे ज़्यादा पसंद किया जाता है। इसे बनाने में ज़्यादा समय नहीं लगता और यह झटपट तैयार हो जाती है। इसकी रेसिपी को सही तरीके से फॉलो करके आप एकदम परफेक्ट नाश्ता बना सकते हैं। चाहे उपवास हो या हल्का-फुल्का खाने का मन, साबूदाना खिचड़ी हर समय एक बेहतरीन विकल्प है।
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