राजगिरा पराठा एक पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन है, जो खासतौर पर उपवास (व्रत) के दौरान खाया जाता है। यह ग्लूटेन-फ्री होता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। राजगिरा में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो इसे एक सुपरफूड बनाता है। इस लेख में हम राजगिरा पराठा बनाने की आसान विधि, ज़रूरी सामग्री और इसके हेल्थ बेनेफिट्स पर चर्चा करेंगे।
राजगिरा पराठा बनाने की सामग्री
राजगिरा पराठा बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी—
- राजगिरा आटा – 1 कप
- आलू (उबले और मैश किए हुए) – 1 मध्यम आकार का
- हरी मिर्च – 1 (बारीक कटी हुई)
- धनिया पत्ती – 1 बड़ा चम्मच (बारीक कटी हुई)
- सेंधा नमक – स्वादानुसार
- घी या तेल – पराठा सेकने के लिए
- पानी – आवश्यकतानुसार (गूंथने के लिए)
राजगिरा पराठा बनाने की विधि
1. आटा गूंथने की प्रक्रिया
- सबसे पहले एक बड़े बर्तन में राजगिरा आटा लें।
- इसमें मैश किया हुआ उबला आलू डालें।
- ऊपर से कटी हुई हरी मिर्च, धनिया पत्ती और सेंधा नमक डालें।
- थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए आटे को अच्छे से गूंथ लें।
- राजगिरा आटे में ग्लूटेन नहीं होता, इसलिए यह साधारण गेहूं के आटे की तरह नहीं बंधता। इसे थोड़ा ध्यान से गूंथना होता है।
- जब आटा अच्छी तरह मिल जाए, तो इसे 10 मिनट के लिए ढककर रख दें।
2. पराठा बेलने की विधि
- राजगिरा आटा थोड़ा नरम और चिपचिपा होता है, इसलिए इसे बेलते समय प्लास्टिक शीट या बटर पेपर का उपयोग करें।
- आटे से छोटी लोई बनाएं और हल्के हाथों से बेलें।
- अगर बेलने में दिक्कत हो, तो हाथों से थपथपाकर गोल आकार दें।
3. पराठा सेंकने की प्रक्रिया
- तवा गरम करें और हल्का सा घी या तेल डालें।
- पराठे को तवे पर रखें और मध्यम आंच पर पकाएं।
- जब एक तरफ से हल्का सुनहरा हो जाए, तो पलटकर दूसरी तरफ भी सेंकें।
- दोनों तरफ से अच्छे से सेंकने के बाद इसे प्लेट में निकालें।
- गर्मागर्म पराठा दही या व्रत वाली सब्ज़ी के साथ परोसें।
राजगिरा पराठा खाने के फायदे
1. ग्लूटेन-फ्री और पाचन में आसान
राजगिरा एक ग्लूटेन-फ्री अनाज है, इसलिए यह उन लोगों के लिए आदर्श है जिन्हें गेहूं से एलर्जी होती है। यह पेट के लिए हल्का और आसानी से पचने वाला होता है।
2. प्रोटीन और फाइबर से भरपूर
इसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन और फाइबर होता है, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ पाचन क्रिया को भी सही रखता है।
3. हड्डियों को मजबूत बनाता है
राजगिरा में कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है।
4. व्रत के दौरान ऊर्जा प्रदान करता है
उपवास के दौरान शरीर को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है, और राजगिरा पराठा इसका एक बेहतरीन स्रोत है।
5. वजन संतुलित रखने में मदद करता है
राजगिरा में कम कैलोरी होती है, जिससे यह वजन नियंत्रित रखने में मदद करता है।
राजगिरा पराठा बनाने से जुड़ी ज़रूरी टिप्स
- अगर आटा ज्यादा सूखा लगे, तो उसमें थोड़ा और उबला आलू या पानी मिला सकते हैं।
- पराठे को तवे पर धीमी आंच पर पकाएं ताकि वह अंदर तक अच्छे से सिक जाए।
- इसे दही, अरबी की सब्जी, आलू टमाटर की सब्जी या मूंगफली चटनी के साथ खाया जा सकता है।
- और ज्यादा हेल्दी बनाने के लिए इसमें गाजर या पालक भी मिलाया जा सकता है।
निष्कर्ष
राजगिरा पराठा एक स्वादिष्ट, पौष्टिक और हेल्दी व्यंजन है, जो उपवास के दौरान एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह न केवल पेट भरने वाला होता है, बल्कि शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करता है। अगर आप व्रत में कुछ अलग और हेल्दी खाना चाहते हैं, तो यह पराठा जरूर ट्राई करें।
- शकरकंद की चाट Recipe: स्वादिष्ट और हेल्दी चाट बनाने की विधि
- मखाना खीर Recipe: सेहत और स्वाद से भरपूर मिठाई बनाने की विधि
- व्रत और उपवास में स्वादिष्ट फलाहारी थाली रेसिपी
- आलू टिक्की Recipe: क्रिस्पी और टेस्टी स्ट्रीट स्टाइल टिक्की बनाने की विधि
- सिंघाड़ा हलवा Recipe: स्वादिष्ट और पौष्टिक व्रत स्पेशल मिठाई

नमस्ते! मेरा नाम प्रशांत राजा है, और मैं Hinditrend.in का लेखक और संस्थापक हूं। भारतीय भोजन और संस्कृति के प्रति मेरा गहरा प्रेम ही इस वेबसाइट की प्रेरणा बना। मेरा उद्देश्य है भारत के पारंपरिक और आधुनिक व्यंजनों को आसान और रोचक तरीके से आप तक पहुंचाना।
खाना बनाना न केवल मेरा शौक है, बल्कि यह मेरे लिए एक कला और खुशी का जरिया भी है। मैंने इस प्लेटफॉर्म को इसलिए शुरू किया ताकि हर कोई भारतीय रसोई के स्वाद और विविधता का आनंद ले सके।
मेरे बारे में कुछ बातें:
मुझे भारतीय मसालों और पारंपरिक पकवानों के साथ प्रयोग करना बेहद पसंद है।
मेरी कोशिश रहती है कि हर रेसिपी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहतमंद भी हो।
सरल और स्पष्ट भाषा में रेसिपी शेयर करना मेरी प्राथमिकता है, ताकि हर कोई इसे आसानी से बना सके।
त्योहारों और खास मौकों के लिए खास व्यंजन तैयार करना मुझे बेहद पसंद है।
Hinditrend.in पर मेरी सभी रेसिपीज़ मेरे अपने अनुभव और भारतीय भोजन संस्कृति की प्रेरणा से तैयार की गई हैं।
आपकी प्रतिक्रियाएं और सुझाव मेरे लिए अनमोल हैं। आप मुझसे संपर्क कर सकते हैं या मुझे ईमेल कर सकते हैं: prashantraja2109@gmail.com
आओ, मिलकर भारतीय रसोई के स्वादों की खूबसूरती को और खास बनाएं!
– प्रशांत राजा